बढ़ती उम्र और तनाव सम्बन्धी बीमारियों से बचने के लिए कुछ प्रभावी व्यायाम

आम तौर पर लोग कठिन शारीरिक गतिविधियों को ही व्यायाम समझते हैं। जबकि टहलने और जॉगिगं करने जैसी हल्की शारीरिक गतिविधियां भी काफी फायदेमंद हो सकती हैं। व्यायाम किसी भी प्रकार से किया जा सकता है, जैसे चलकर, दौड़कर, कूद कर, स्विमिंग करके, जिम जाकर इत्यादि | मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करने के अलावा व्यायाम से दिन खुशहाल होता है और चिंता, अनिद्रा, तनाव और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से भी निजात पाया जा सकता हैं | इसके अलावा व्यायाम आपकी बढ़ती उम्र के लक्षणों की गति को धीमा करके आपको अधिक समय तक तंदुरुस्त बनाए रखने में मदद करता है। व्यायाम करने के कई फायदे हैं और इसे जानने के बाद आप की व्यायाम करने में दिलचस्पी बढ़ जाएगी |

1. व्यायाम हमारी मांसपेशियों को स्वस्थ बनाये रखता है, और शरीर में खून के बहाव को भी संतुलित रखता है, जिससे आप स्वस्थ तो रहते ही हैं और सही ब्लड सप्लाई मिलने से दिमाग भी सक्रिय रूप से कार्य करता है |

2. व्यायाम ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। एरोबिक्स इसका एक बहुत बड़ा उदाहरण है |

3. नियमित व्यायाम करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और एक्सरसाईज के बाद आराम करते समय शरीर से एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होती है, जिससे तेजी से वजन कम होता है |

4. व्यायाम से तनाव व डिप्रेशन के साथ ही अन्य मानसिक समस्याओं के प्रकोप को कम करने में मदद मिलती है |

5. व्यायाम आपको शारीरिक दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा यह शरीर में उर्जा के स्तर को बढ़ाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह आपको दिनभर तरोताजा रखने में भी मदद करता है।

6. त्वचा को खूबसूरत और जवान बनाए रखने में सबसे प्रभावकारी उपाय व्यायाम ही हैं। व्यायाम करने पर रक्तसंचार तेज होता है, जिससे त्वचा पर तेज बढ़ जाता है, और आपकी त्वचा में प्राकृतिक चमक भी आती हैं।

इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी के पास समय की कमी हैं | इस परिस्थिति में फिट रहने के लिए जिम जाना या घंटो मैदानों में पसीने बहाना असंभव है, लेकिन फिट रहने के लिए वर्कआउट करना भी आवश्यक हैं | तो आज हम आपको ऐसे व्यायाम बताने जा रहे हैं जिसे आप घर पर या कहीं भी आसानी से 10 से 20 मिनट का समय निकालकर रोजाना कर सकते हैं :
1. स्‍पॉट रनिंग:- एक ही जगह पर दौड़ने से आपका फैट कम होगा, चेस्‍ट में मजबूती और शरीर में स्फूर्ति भी आएगी |

2. बर्पी :- इस व्‍यायाम को करने के लिये हवा में ऊपर तेजी के साथ उछलते हुए, दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं, उसके बाद नीचे आते हुए एक पुश अप लगा कर फिर खडे़ हो जाएं। ऐसा ही 15 बार करें। बर्पी करने से कुछ ही दिनों में आपकी बॉडी शेप में आ जाएगी। और आप दिनभर एक्टिव बने रहेंगे |

3. पुश अप :- संपूर्ण शरीर को फिट रखने के लिए यह एक बहुत ही प्रभावी व्यायाम है। पुश अप करने से आपके बाजू, कंधे, पेट और चेस्‍ट शेप में आने लग जाएंगे।

4. स्क्वॉट :- यह व्‍यायाम आपकी जांघो के लिये लाभकारी है। 15 स्क्वॉट 3 बार करें, जिससे आपकी जांघे सुडौल बनें और शेप में आ जाएंगी। इसे करने से आपको जोड़ो के दर्द की शिकायत भी कम होगी |

5. एब्‍स :- आप लोवर एब्‍स और साइड फ्लैब के लिये अलग अलग वेरियेशन कर सकते हैं। आपको प्लैंक पोजिशन में देर तक रहना है | यह व्यायाम आपको कमर दर्द और बैक पैन से निजात दिलाने में भी मदद कर सकता है |

6. डमबैल्‍स :- अगर आप हाथों में डमबैल्‍स ले कर व्‍यायाम करते हैं, तो आप तुरंत ही शेप मे आ जाएंगे। आप घर पर ही डमबैल्‍स की सहायता से चेस्‍ट एक्‍सरसाइज कर सकते हैं।

इसके अलावा कुछ वर्कआउट जैसे वॉकिंग, जॉगिंग, एरोबिक्स, जुम्बा, स्पिनिंग, साइकल चलाना, रस्सी कूदना आदि फैट को बर्न करने वाले एक्सरसाइज हैं। ये एक्सरसाइज शरीर के फैट और कार्बोहाइड्रेट का इस्तेमाल फ्यूल के रूप में करता है। आप हर एक दिन छोड़ कर बाहर दौड़ने जरुर जाएं | अगर आप रोज दौड़ने जाते है तो ये और भी अच्छी बात है | और वो ही करे जिसमे आपको रूचि हो, जैसे कुछ लोगो को डांस का बहुत शोक होता है तो डांस भी एक बहुत अच्छा वर्क आउट होता है | आप इसके माध्यम से अपने शरीर को भी फिट रख सकते हैं | और रुचिपूर्ण होने के कारण यह आपको आत्मीय ख़ुशी भी देता है |

इसी तरह कई लोग योग, प्राणायाम, और आसन को अपने दैनिक जीवन में अपनाये हुए हैं, और बहुत हद तक इन्हे अपनाने से उनके कई रोगो से भी उन्हें छुटकारा मिला हैं | आवश्यकता बस ये है की आप उसे नियमित तरीके से अपनी जिंदगी में अपनाये | योग करते रहने से किसी भी प्रकार का रोग, शोक, संताप, तनाव, और अनिद्रा जैसी बीमारियों को दूर किया जा सकता है | प्रतिदिन थोड़ा समय निकालकर आप ये 6 आसान करेंगे तो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होगा |

1. ताड़ासन

इससे शरीर की स्थिति ताड़ के पेड़ के समान हो जाती है, इसीलिए इसे ताड़ासन कहते हैं। यह आसन खड़े होकर किया जाता है।

a. पैर के पंजो के बल खड़े होकर दोनों होथों को उपर ले जाएं |

b. फिर फिंगर लॉक करके हाथों के पंजों को ऊपर की ओर मोड़ दें अर्थात हथेलियां आसमान की ओर रखे और गर्दन सीधी रखें।

आसन का लाभ :

– इस आसन को नियमित करते रहने से पैरों में मजबूती आती है तथा साथ ही पंजे मजबूत होते हैं

– पिंडलियां भी सख्त होती हैं। इसके अलावा पेट व छाती पर खिंचाव पड़ने से उनके सभी प्रकार के रोग नष्ट होते हैं।

– यह आसन बच्चों की शारीरिक ग्रोथ और लंबाई बढ़ाने में मदद करता है |

2. भुजंगासन

इससे शरीर की स्थिति भुजंग अर्थात सर्प के समान हो जाती है। इसलिए इसे भुजंगासन कहते हैं |

a. पेट के बल लेटने के बाद हाथों को कोहनियों से मोड़े |

b. हथेलियों को छाती के पास रख के बाजुओं के निचे रखें ।

c. अब हथेलियों पर दबाव बनाते हुए सिर को आकाश की ओर उठाएं।

आसन का लाभ :

– खासकर इस आसन से तोंद कम होती है और फेफड़े मजबूत होते हैं।

– इस आसन से रीढ़ की हड्डी सशक्त होती है और पीठ में लचीलापन आता है।

– इस आसन से पित्ताशय की क्रियाशीलता बढ़ती है और पाचन-प्रणाली की कोमल पेशियां मजबूत बनती है।

3. उष्ट्रासन

ऊंट के समान दिखाई देने के कारण इसे उष्ट्रासन कहते हैं ।

a. अपने शरीर का वजन बाएं ओर थोड़ा झुका कर अपनें दाएं पैर को घुटनें से मोड़ कर दाएं कूल्हे के नीचे लगा दें।

b. फिर उसी तरह अपने शरीर का वजन दाएं ओर ले जा कर अपनें दूसरे पैर (बाएं पैर) को भी घुटनें से मोड़ कर बाएं कूल्हे के नीचे लगा दें।

c. ऐसे बैठने के बाद घुटनों के ऊपर खड़े होकर पाव के तलवों के ऊपर हथेलियां रखते हुए गर्दन को ढीला छोड़ दें।

d. अब पेट को आसमान की ओर उठाए |

आसन का लाभ :

– उदर संबंधी रोग और एसिडिटी को दूर करता है यह आसन। उदर संबंधी रोग, जैसे कब्ज, बदहज़मी, एसिडिटी रोग निवारण में इस आसन से सहायता मिलती है।

– गले संबंधी रोगों में भी यह आसन लाभदायक है। ,

– इससे श्वास, उदर, पिंडलियों, पैरों, कंधे, कुहनियों और मेरुदंड संबंधी रोग में लाभ मिलता है।

4. गोमुखासन

a. दोनों पैर एकदम सीधे करके जमीन पर बैठ जाएं |

b. अब बाएं पैर को मोड़कर एड़ी को दाएं नितम्ब के पास रखें। दाहिने पैर को मोड़कर बाएं पैर के ऊपर एक दूसरे से स्पर्श करते हुए रखें।

c. इस स्थिति में दोनों जांघे एक-दूसरे के ऊपर अवस्थित रहेंगी | जो त्रिकोणाकार नजर आती है।

d. फिर दाहिने हाथ को ऊपर उठाकर दाहिने कंधे के ऊपर से पीछे पीठ की ओर ले जाएं

e. और बाएं हाथ को पेट के पास से पीठ के पीछे से लेकर दाहिने हाथ के पंजें को पकड़े।

f. गर्दन व कमर सीधी रखें।

g. अब एक ओर से लगभग एक मिनट तक करने के पश्चात दूसरी ओर से इसी प्रकार करें।

आसन का लाभ :

– इससे श्वास संबंधी सभी तरह के रोग में लाभ मिलता है।

– यह छाती को चौड़ा कर फेफड़ों की शक्ति को बढ़ाता है जिससे श्वास संबंधी रोग में लाभ मिलता है।

– यह आसन सन्धिवात, कब्ज, हर्निया, यकृत एवं गुर्दे सम्बंधित रोग, धातु रोग, बहुमूत्र, मधुमेह एवं स्त्री रोगों में बहुत ही लाभदायक सिद्ध होता है।

5. शवासन

शवासन को करना सभी जानते हैं। यह संपूर्ण शरीर के शिथिलीकरण का अभ्यास है।

a. इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।

b. समस्त अंग और मांसपेशियों को एकदम ढीला छोड़ दें।

c. कहीं भी अकड़न या तनाव न रखें।

d. अब धीरे-धीरे गहरी और लंबी श्वास लें। इसका अभ्यास प्रतिदिन 10 मिनट तक करें।

आसन का लाभ :

– उपरोक्त क्रियाएं हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप), अनिद्रा और तनाव से ग्रस्त रोगियों के लिए रामबाण दवा है।

– इससे सभी आंतरिक अंग तनाव से मुक्त हो जाते हैं, जिससे कि रक्त संचार सुचारु रूप से होने लगता है। और जब रक्त सुचारु रूप से चलता है तो शारीरिक और मानसिक तनाव घटता है।

6. हास्यासन

उपरोक्त सभी क्रियाएँ शरीर को स्वस्थ बनाये रखने के लिए सही है, परन्तु इन् सब प्रक्रियाओं के अलावा भी कुछ ऐसा सामान्य योग, आसन या व्यायाम है, जो हर व्यक्ति कही भी किसी भी वक्त कर सकता है| जिसे हर व्यक्ति अपनी रोजमर्रा की ज़िंदगी में कई बार करता भी है| इस योग को हम हास्य योग के नाम से जानते हैं| आज के समय में हर व्यक्ति अपने जीवन को हंसी ख़ुशी बिताना चाहता है लेकिन अपने काम या नौकरी का तनाव, या किसी अन्य परेशानी की वजह से लोगो के चेहरे की मुस्कान तक जैसे गायब हो गयी है| हास्य योग करने के बाद हो सकता है आपका वजन कम ना हो, लेकिन आप खुद को खुश रख सकते हैं | सबसे बड़ी बात इसे करने के लिए आपको किसी मुद्रा में बैठने की जरुरत नहीं है| इसे आप पद्मासन, सुखासन, घूमते-फिरते तथा घर या ऑफिस में बैठे हुए भी कर सकते है| शुरुवात में मंद-मंद मुस्कुराए, फिर धीरे-धीरे खूब ठहाके लगाकर लगाकर हाथों को ऊपर उठाकर हसते रहें |

आसन का लाभ :

– सम्पूर्ण शरीर व चित में प्रसन्नत, प्रफुल्लता तथा उत्साह जाग्रत होता है |

– मानसिक तनाव दूर होता है |

– पेट व फेफड़ों पर बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है |

– चेहरे पर कान्ति व सौन्दर्य बढ़ता है |

व्यायाम करते समय ध्यान रखने योग्य बाते :-

1. यदि आप व्यायाम पहली बार कर रहे हों, तो प्रथम दिन अधिक व्यायाम न करें । व्यायाम प्रतिदिन थोडा-थोडा बढाएं और जितना व्यायाम आप कर सकते हों उतना ही व्यायाम करें ।
2. कौन सा व्यायाम करना है यह योग शिक्षक या सर्टिफाइड फिटनेस ट्रेनर के मार्गदर्शन के बाद तय करेंगे तो आपको रिजल्ट जल्दी दिखेगा और दुष्परिणाम से भी मुक्त रहेंगे |
3. अपने फिटनेस के लक्ष्य प्राप्ति की सोच हमेशा अपने मन में रखे, इससे आपको नियमित रूप से व्यायाम करने की प्रेरणा मिलेगी |
4. चाहे तो व्यायाम से पहले कुछ हलका खाएं जैसे:- सलाद, फल या ड्राईफ्रूट | खाने के लगभग 1-2 घंटे घंटे बाद व्यायाम करें |
5. व्यायाम के परिधान सूती और आरामदायी होने चाहिए एवं मौसम के अनुसार कपड़ों में बदलाव करें |
6. व्यायाम शुरू करने से पहले वॉर्म अप एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। आमतौर पर वॉर्म अप 10- 45 मिनट तक कर सकते हैं।

आज कल देखा गया है की बढ़ती स्पर्धा के चलते सभी लोग अपने लिए ही समय नहीं दे पाते हैं और तनाव, डिप्रेशन जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं | छोटी उम्र में ही झुर्रिया, बाल सफ़ेद होना आदि लक्षण देखे जा रहे हैं | या यूँ कहा जाये की वो जल्द वृद्धावस्था का शिकार हो रहे हैं | तो क्यों ना अपने अच्छे स्वास्थ के लिए दिन का थोड़ा सा समय निकाला जाये और अपनी दिनचर्या में व्यायाम को सम्मिलित किया जाये |

आप अपने दिनचर्या में कौन-से व्यायाम शामिल कर रहे हैं ? अपने वर्क आउट का तरीका हमारे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके हमारे साथ शेयर करें |

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